जंगलों में पांव रखने को पाप मानने वाले हमारे वनाधिकारी जंगलों की स्थिति को लेकर लगातार झूठ बोलते हैं. दुर्भाग्यपूर्ण तो उस दिन हुआ, जब विधान सभा के सत्र में उन्होंने महामहिम राष्ट्रपति के मुँह से भी गलत आँकड़े निकलवा दिए.....
जंगलों में पांव रखने को पाप मानने वाले हमारे वनाधिकारी जंगलों की स्थिति को लेकर लगातार झूठ बोलते हैं. दुर्भाग्यपूर्ण तो उस दिन हुआ, जब विधान सभा के सत्र में उन्होंने महामहिम राष्ट्रपति के मुँह से भी गलत आँकड़े निकलवा दिए.....
विनोद अरविंद उत्तराखण्ड के विषय में यह आम धारणा यह है कि यह एक वन बहुल प्रदेश है, क्योंकि हमारे पास वनों के विपुल भंडार हैं। हमारे कुल भू भाग के 66 प्रतिशत से अधिक क्षेत्र में वन हैं। इन वनों की दे...
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