Wednesday, April 29, 2015

जनकृति पत्रिका का अप्रैल अंक (अंक-2, अप्रैल-2015) प्रकाशित हो गया है आप पत्रिका की साईट पर इसे पढ़ सकते हैं..साथ ही पत्रिका संबंधी आपके सुझाव एवं प्रतिक्रया आमंत्रित है

जनकृति पत्रिका का अप्रैल अंक (अंक-2, अप्रैल-2015) प्रकाशित हो गया है आप पत्रिका की साईट पर इसे पढ़ सकते हैं..साथ ही पत्रिका संबंधी आपके सुझाव एवं प्रतिक्रया आमंत्रित है..मई अंक हेतु आप अपनी रचनाएँ 20 मई तक jankritipatrika@gmail.com पर भेज सकते हैं
विषय- सूची

साहित्यिक विमर्श (कविता, नवगीत, कहानी, लघु-कथा, व्यंग्य, काव्य विमर्श)
कविता
अशोक कुमार, ऋषिकेश सारस्वत, किरण अग्रवाल, पंकज त्रिवेदी, पुष्पा त्रिपाठी 'पुष्प', राज हीरामन (मॉरिशस), रामकिशोर उपाध्याय, राहुल देव, संदीप तिवारी, सचिन कुमार दीक्षित, सजन कुमार, सुरेखा कादियान

नवगीत
आठ अठन्नी खर्च रुपैया: योगेन्द्र वर्मा

कहानी
महानगरी का प्रेत: मनीष कुमार सिंह
नर्मदे हर: मनीष वैद्य
वर्तमान का सच: भारत श्याम स्नेही

लघु कथा
आईना: भारती चंदवानी
अनाथ: संजय गिरी

व्यंग्य
अधिकार या धिक्कार: विनय पाठक
वरिष्ठ होने का सुख:दुःख : अरविंद कुमार खेड़े

काव्य विमर्श
कविता में हाशिये पर गाँव: डॉ. प्रियंका मिश्र
सामाजिक चेतना का पर्याय है वीर सिंह 'हरित' का काव्य संग्रह: डॉ. उदयवीर सिंह
प्रयोगवादी रचनाकार: कुछ विमर्श: डॉ. मो. मजीद मिया
समकालीन कविता और चन्द्रकांत देवताले का काव्य (खुद पर निगरानी का वक्त- के विशेष संदर्भ में: राहुल शर्मा
कविता और रचना प्रक्रिया के बारे में: अनूप बाली

नव लेखन
प्रतिरोध: डॉ. पुष्पलता

स्त्री विमर्श
स्त्री विमर्श: अवधारणा व् स्वरूप: दीपिका जायसवाल
अन्तराष्ट्रीय महिला दिवस की चकाचौध और नारी निकेतन का अँधेरा: डॉ. नूतन गैरोला
नारी सशक्तीकरण बनाम अशक्तीकरण: आकांक्षा यादव

दलित एवं आदिवासी विमर्श
शतरंजी चालों में घिरी आदिवासी अस्मिता: डॉ. शरद कुमार द्विवेदी

बाल विमर्श
बाल-साहित्य सृजन: नई चुनोतियाँ: दिविक रमेश
बाल साहित्य और शिक्षा समीक्षा से बाहर: कौशलेन्द्र प्रपन्न

रंग विमर्श
झाड़ीपट्टी नाट्य समारोह: विदर्भ राज्य की सांस्कृतिक धरोहर: डॉ. सतीश पावड़े
स्त्रीयां एवं रंगमंच: पारसी रंगमंच से नुक्कड़ नाटकों तक का सफ़र: डॉ. सुप्रिया पाठक
I am a big man: My dreams are bigger than me (Ratan Thiyam): Dr. Satyabrata Rout
Shakespeare performance in park: Dani Karmakar

सिने विमर्श
देश की सोच का हाइवे- एनएच 10: मृत्युंजय प्रभाकर
विकास: किसके लिए और किस कीमत पर: सौरभ वर्मा

लोक विमर्श
मालवा के लोकमानस का प्रभावी मंच है माच: प्रो. शैलेन्द्र कुमार शर्मा
चरक: एक पर्व: दीपक सिंह भदौरिया 'देव'

शोध आलेख
चीन में संस्कृति, भारतीय संस्कृति और बौद्ध धर्मं: डॉ. गुणशेखर (चीन)
गांधीजी और सत्याग्रह: डॉ. गंगाधर वानोडे
आत्मकथा: हिंदी साहित्य लेखन की गद्य विधा: डॉ. प्रमोद पाण्डेय
महिलाओं में टीबी: डॉ. लोकेन्द्र सिंह कोट
मानवाधिकार शिक्षा, शैक्षणिक भूमिका एवं उनकी प्रसंगिकता: दीनानाथ
पंडिज्जी का मंदिर एवं अन्य कहानियाँ: सुमन
जीवनदायिनी गंगा: अरविंद कुमार मुकुल

मीडिया विमर्श
पेड़ न्यूज़- रामेश्वर सिंह
सामाजिक विसंगतियों के खिलाफ पोस्टरों के जरिए अलख जगाता एक किशोर: इरफ़ान अहमद 'राही'

भाषिक विमर्श
राष्ट्रीय एकता की अनिवार्य कड़ी हिंदी भाषा: बृजेश कुमार त्रिपाठी
आंठवी अनुसूची और बढ़ता भाषावाद: निष्ठा प्रवाह

हिंदी विश्व
विदेशों में हिंदी अध्ययन एवं अध्यापन की स्थिति: डॉ. वंदना मुकेश (इंग्लैंड)

अनुवाद
यह अपना: उज्जवल भट्टाचार्य
www.jankritipatrika.blogspot.in

विमर्श केंद्रित अंतरराष्ट्रीय मासिक ई पत्रिका
JANKRITIPATRIKA.BLOGSPOT.IN|BY JANKRITI MASIK PATRIKA

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