Wednesday, August 5, 2015

नेपाल की मुक्तिकामी जनता चाहती है कि मूलवासी नेपालियों की एकता के आधार पर अस्मिताओं की रक्षा करते हुए नया संविधान बनें और नेपाल का धर्मनिरपेक्ष स्वरूप बना रहे। नेपाल के लोग संपूर्ण मूलवासी मंगोल सुमुदाय की मुक्ति के वर्ष के रूप में नववर्ष का आवाहन कर रहे हैं और हिंदुत्व और हिंदू राष्ट्रवाद के विपरीत नये नेपाल के लिए मधेशी और आदिवासियों की एकता पर जोर देते हुए आपसी द्वंद्व का खंडन कर रहे हैं।

Dear All
I am sharing this for your better understanding about the fact Why APF wants its original name and some handful persons/media went against it and manage to create some rumor. I am open to discuss/clear if any of the ideas/points are ambiguous; please don't hesitate to write   

Regards
Ganesh Thada 
Kathmandu

2015-01-02 12:04 GMT+05:45 tsheringdorjel <tsheringdorjel@gmail.com>:
नेपाल के मूलवासियों से दो चार सबक सीखें
नेपाल की मुक्तिकामी जनता चाहती है कि मूलवासी नेपालियों की एकता के आधार पर अस्मिताओं की रक्षा करते हुए नया संविधान बनें और नेपाल का धर्मनिरपेक्ष स्वरूप बना रहे। नेपाल के लोग संपूर्ण मूलवासी मंगोल सुमुदाय की मुक्ति के वर्ष के रूप में नववर्ष का आवाहन कर रहे हैं और हिंदुत्व और हिंदू राष्ट्रवाद के विपरीत नये नेपाल के लिए मधेशी और आदिवासियों की एकता पर जोर देते हुए आपसी द्वंद्व का खंडन कर रहे हैं। हम नया साल मुबारक किसी को नहीं कह रहे हैं, चहुंदिशा में कयामती फिजां की हिंदू साम्राज्यवादियों के अश्वमेध राजसूय का, जिसका अहम एजेंडा नेपाल हिंदू राष्ट्र की बहाली और राजतंत्र की वापसी भी है।
इस लिहाज से नेपाल से आये इस संदेश को आपसे साझा कर रहा हूँ। ताकि हम नेपाल के मूलवासियों से दो चार सबक सीखकर भारत में आम जनता की, मेहनतकश आवाम की  व्यापक एकता और जल जंगल जमी न की लड़ाई में आदिवासियों की लगातार लड़ाई में बाकी भारत की मोर्चाबंदी की कोई कारगर पहल कर सकें।

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